तेरे हाथ में जीवन मेरातेरे दर पर जान हैतरसूँ जिसके लिए ही अब मैंउसपे जाँ कुर्बान है।
तू है दाता, सब है तेरादेता क्यों नहीं मुझे बसेरामुझे तो उसका साथ चाहिएमांग रही हूँ जो है मेरा।
तूने क्यों सपने दिखलाएख्वाबों में अपने मिलवाएउसे रात दिन याद हूँ करतीकाश की वो मेरा कहलाए।
उससे जो एक डोर बँधी हैकितनी लम्बी खिंच सकती हैइतनी दूर जाकर के भीमन को लगता, वो पास बुलाए।
बहुत समय हो गया, बिन मिलेअनदेखा सा लगता है दिलक्या मज़बूरी है अब तेरीकह दे उससे पास में आए।
थोड़ा और सब्र कर लूँगीतेरी बात मई समझ गई हूँसही समय के आने पर हीमिलेंगे हम, चाहे जो आए।
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Nice to meet you...